श्री पंकज कुमार
प्राचार्य पीएम श्री के. वी. करीमनगर
संदेश
आपमें से एक के रूप में, मैं हमारे सामने आने वाले सबसे कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्य को समझता हूं और उसकी सराहना करता हूं। एक बच्चे की नियति को आकार देना हममें से प्रत्येक के लिए बड़े गर्व की बात है। शिक्षा का मुख्य उद्देश्य दुनिया में अन्य जीवित प्राणियों के साथ हर व्यक्ति में अपने स्वयं के सामंजस्य में सामंजस्य – सामंजस्य स्थापित करना है। इसलिए हमारा लक्ष्य हमेशा पाठ्यचर्या और सह-पाठयक्रम गतिविधियों के माध्यम से व्यक्तित्व संवर्धन रहा है। शिक्षण एक कैरियर या एक पेशे से बहुत अधिक है। यह (शिक्षण) एक जिम्मेदार नागरिक में बच्चे को ढालने और आकार देने की सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। मुझे विश्वास है कि मेरे छात्र समाज के उत्पादक, बुद्धिमान और ईमानदार नागरिक बनेंगे। वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए माता-पिता की सक्रिय भागीदारी और सहयोग अत्यंत आवश्यक होगा। हम उत्कृष्टता के नए आयाम तलाशने के लिए पूरे उत्साह के साथ प्रयास करते हैं ताकि हमारे छात्र आत्म-संयमी बन सकें और प्रतिस्पर्धा के वर्तमान युग में शानदार प्रदर्शन कर सकें।